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घांची समाज की सभी गोत्र की कुलदेवी माताजी


1.    निकुम - कलका माताजी - धार उजैन
2.    परमार/पंवार - अरबुदा माताजी -माउंट आबु
3.    परिहार - गार्जन माताजी - केरला राज
4.    चौहान&देवडा - आशापुरा माताजी - नाडोल
5.    सोलंकी -  खीवंज माताजी - भीनमाल
6.    राठोड -नागलेची माताजी - नगाना
7.    गेहलोत - बान माताजी - चितोड
8.    बोराना - नमा माताजी - देसुरी 
9.    भाटी  - तनोत्राय माता जी - तन्नोट
10. परीहारिया - सुंधा माताजी - सुंधा
11. दया - केवय माताजी - कन्यासर

12 comments:

  1. Borana ki Bhi Arbuda mata hai kuldevi

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  2. जय खिमज माता जी

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  3. "बोराणा (तंवर)गोत्र की उतपत्ति"

    बोराणा गोत्र सुध रूप से तंवर वंस की गोत्र है, तंवर तोमर जो कि पाण्डु पुत्र अर्जुन के वंशज है। क्षत्रिय वंस की शाखा है, राजा अनंगपाल प्रथम के पुत्र बोडाना जिनका मालवा , मारवाड़ ओर देसूरी पर सासन था। अनंगपाल प्रथम के पुत्र बोडाना के नाम से ओर उनके वंस से बोराणा गोत्र की उतपति हुई और धीरे धीरे बोराणा गोत्र के रूप में प्रचलित हो गई । इस तरह ये तंवर राजपुतो की एक शाखा बोराणा बनी । तंवर वंस बोराणा वंस एक ही है। ये सब हमारे राव भाटो की बहियों में लिखा है।

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  4. Sindal godre ki kuldevi kon si hogi

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  5. Jay ma gajan

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  6. Jai semnkari ma binma

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  7. पंवार और पुवार दोनो अलग अलग है क्या ?

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