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स्थापना दिवस शुभकामनाएं

श्री क्षत्रिय घांची समाज के  886 वे स्थापना दिवस शुभकामनाएं

जेठ सुदी 3 ने संवत1191 मैं घांची जाति का उद्भभव हुआ 886 वर्ष पूर्ण हुए

घांची जाति का उदभव शुद्ध क्षत्रिय जाति से हुआ है पुराने इतिहास एवं राव भाट भी अपने ख्यातो इस घटना को कुछ अंलकरिक भाषा में कहते हैं 
सिद्धराज जय सिंह एक शिवाले रूद्रमाल बनाना चाहता थे उन्होंने पंडितो ज्योतिषियों को बुलाकर गणना कर वर्ष गणना के आधार पर 12 बरस और जीवित रह सकते हैं इस पर राजा को चिंता हुई कि मैं जीवित अवस्था में मंदिर का निर्माण करना चाहता हूं मंदिर का कार्य रात दिन मैं पूरा करने हेतु बाहर के तेलिया को बुलाया गया और दियो और मशालो की सहायता से कार्य शुरू हुआ तेलियों की देखरेख के लिए कुछ राजपूत सरदार नियुक्त किए गए इसमें 29 सोलंकी 26 परमार 25 राठौड़ 24 बोराणा 20
गहलोत 19 भाटी 20 चौहान 7 परियार गोत्र के सरदार थे
लंबे समय पश्चात तेलियों को अपने गांव मैं लौटने की चिंता सताने लगी राजा से इजाजत मांगी इजाजत ना मिलने पर तेली रात को भाग गए राजा ने उन सरदारों से जो तेलियों के पहरेदार नियुक्त किए गए थे कहां अब मेरा काम तुम्हारे हाथों पूरा करना है भाटी वेला व राजकुमार पाल इस कार्य को करने का बीड़ा उठाया मंदिर निर्माण कार्य पूरा होने पर राजा की सभा में इनाम के लेने के लिए वो सरदार तेल से चिंग टा अंगोछा कंधे पर डालकर पहचान हेतु सभा में मौजूद अन्य सरदारों ने उनका अपमान किया तथा राजा ने उल्टा उनसे ही आधा धन मांगा तब सभी कार्य सरदारों ने कहां की आप लोग अगर हमारे साथ ऐसा व्यवहार करेंगे तो हम भी आपके राज्य में रहना पसंद नहीं करते ï इतना कह कर उस राज्य में  गादोतर डालकर गुजरात पाटन से निकलकर आबू राज्य में आ गए।
                       संवत ग्यारा इकानवे जेठ तीज रविवार
                    सत्रवत मेल घांची हुआ जे सिंघ देरी बार।।
            
       जेठ सुदी 3 संवत् 1191 मैं घांची जाति का उद्भव हुआ और 886 वर्ष पूर्ण हुए। जनसंख्या मर्द 3476 एवं औरते 3426 थी कुल 6902 गिने गए।।
               
                                               जय सवलाजी री।।।।
     सभी घांची समाज बंधुओ को विशेष अपील है कि स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर शाम 7:30.बजे दिए जलाकर इस ऐतिहासिक महत्वपर्ण की शोभा बढ़ाए।।
               निर्देशक:
          आशाराम गहलोत बाकरा गांव जालोर.जीला
          हाल विजयवाड़ा।।    9441044682

3 comments:

  1. Kshtriya ghanchi samaj ki hindi book kaha milegi

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  2. आपने हिस्ट्री में केवल दो नाम बताये कुमारपाल सिंह और वेळ सिंह बाकि के राजपूतोंका किया नाम था ये कोई नहीं बताता क्यों

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    1. aapke pas puri history hme send karo update kar deta hu

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